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मिलन पाछे बिछोड् || Milan Pachhe Bichhod

 


मिलन पाछे बिछोड् || Milan Pachhe Bichhod


मैयाँ कसिक बाझल पटैनै चलट । मैयाँ मे केकरो सब कुछ मजा लागट, बोली मिठ लागट, चाल बानि मजा लागट  । डिनमे उहे मनैके सुरता आइट जहोर हेरो ओहोरे उहे मनैके रुप डेखे हस लग्ना । रातके उहे मनैके सपना डेख्ना । उहे मैयामे सारा डुनिया सुहावन लग्ना । जिन्गि सुहावन लग्ना, उहे मनैयक प्यारमे मुहारमे खुशि छाइल रहना । 


अभिन कनाहो कलेसे सारा भुँख प्यास फेन हेराजैना । केवल उहे मनैके सुरता अइना । उहे मनैहे अपन डिलमे सजैनास मन लग्ना ओकरे लाग जिउँ ओकरे लाग मरु हुइना । 




मैयाँमे बहुट कुछ सहे ओ भोगे परट । घर परयारके ओरसे टिट मिठ बाट सुने पर्ना । कबु हस्ना कबु रोइना, कबु मिलन कबु बिछोड हुइना । मिलन पाछे बिछोड् बरे डुख लागट मने बिछोड् पाछे मिलन बरे मिठ जिन्गि लागट । जिन्गि म कबु घाम कबु छांहि चल्टि रहट । 



इ मानवरुपी जिवन हमन कसिन कसिन फेराहुर मे लानके ढैडेहट ।  ओहे मारे जिन्गिहे ढेर परिभासा डेठैं । कोइ कहट   जिन्दगी घुइयक् पट्टामे रहल पानी जस्ते हो, ते कोइ कहट  जिन्दगी बिहानिक शीत जस्ते हो उ कुछ क्षणमे बिलाजाइट् । कोइ कहट जिन्दगी बगियम फुलल् फुला जस्टे हो उ कुछ बेरमे अइलाके चलजाइट ते कहट जिन्दगी लगतारे बहटि रहना लडियक पानी जस्ते हो न उहीँ कोइ रोके सेकट छेंके नै ।





हरेक मनै जिन्गिहे अपने बिचार मे ओकर परिभासा डेठैं । ज्या जसिन रलसे फेन जीवन कलक भगनवक डेहल एकठो सुन्दर पहुरा हो । इ मानवरुपी जिवनहे न कोइ रोके सेकट न कोइ छेके नै । आँधी बौखा फेन कहुँ नै हेरैना ओ दु:ख कष्टमे फेन कबुनै डराके जीवन आपने नियम अनसार आपन सुरमे जैटिरहट । आझ ते काल कहाँ पुग्ना हो किहुहे पटा नै हो । समय चल्टि जाइट, ओकरे संग संगे जीवन फेन अनेक रुपरुपमे बड्लटि जाइट । 





जीवन कबु छोट लर्काके रुपमे खडा हुइट ते कबु जवानीके जोसमे खडा हुइट । कबु जीवन डाइ बाबक रुपमे खडा हुइट  ते कबु जीवन बुह्राइल अवस्थामे खडा होजाइट । कबु जीवन खुशिनै खुशिके अवस्थामे खडा हुइट ते कबु जीवन अभाबै अभाबके अवस्थामे खडा होजाइट । यहाँ सम्मकी जीवन मिलन बिछोडके अवस्थामे फेन खडा होजाइट । कहजाइट जीवन सुख दुखको संगम हो । इ नियमहे कोइ फेन टुरके टुरे नै सेकि । समयके खेल संगे जीवन डंरुवा पखुवा उचैया खल्हैया हुइटि सुख दुखके पल संग भिर्टि ते कबु परबटुवा मे भट्भेरे पुगट ते भुँइयामे घुसकरिया कर्टि बिट्टि रहरट । असहे के मानव जीवन भेटाइल मे इ सब कठिनाईसंगे खेल्ना हमार मानवरुपके कर्तव्य हो ।





मानव जीवन एकठो संघर्स पुर्ण जिवन हो । जे संघर्स करे जानल नैरहौ उ ब्यक्ति समाजमे कबु तिके नैसेकट । उहे मारे इ मानवरुपि जिवनमे हमरे संघर्स करे फेन सिखे परट । हम्रे जिवनमे ज्या जस्तो आफट् बिपट् अइलेसे फेन सहके आइल समस्यासे संघर्स करके जीवन बिताइ परट । सुख दु:ख जो हमार जिवनके सहयात्री हो । ओहे मारे सु:ख कलेसे फेन  दु:ख कलेसे हमरे हमार जिवनहे हाँस हाँस स्विकार करेपरट  । 


हमार जिवनमे हरेक मेरके सुख दु:खके पल हमार आँखिक् आघे नाच् रहट । हरपल सुख दु:ख जो हमार सहयात्रिके रुपमे खडा रहट । ओहे मारे कहजाइट् सुखमे ढेर नैफोहैना, दु:खमे ढेर नैघबरैना ।  जस्हेके भगनवा हमार जिवनके सुरुवात करलैं अस्हेके हमार सहयात्रिके लाग सुख दु:ख हमार जिवनमे  जोंटाडेलैं । ओहे मारे जत्रा सुख दु:ख अइलेसे फेन सुख दुख जो हमार बंच्ना अधार हो कहिके चित्त बुझैना मजा हो । 





अस्हेके इ उपहार रुपी जीवनके सिलसिलामे उपहार चाहा जस्टे रलेसे फेन छोट भारि महंग सस्ता जस्टे रलेसे फेन हम्रे अमूल्य चिज मानके स्विकार करेपरट । ओहेमारे जीवन फेन परमेश्वरके डेहल इ एकठो सुन्दर पहुरा जस्ते हो । इ जीवन नैरहट कलेसे आज इ संसारके अस्टित्व नैरहने रहे । इ अमूल्य उपार रुपी जिवनहे हमरे स्विकार करेपरट । इ जिवनहे हम्रे कबुफेन हेल्हा करे नैपरट । काकरेकि काकरे कि असिक सोच्लेसे ओ कर्लेसे अपनेमे श्राप लग्ना बाट हो । जस्हेके  कुनो फेन मनैनके डेहल पहुँरा हमरे नाटुटे नाफुटे कहके वास्ता फिक्रि कर्ठि अस्हेके परमेश्वरलके डेहल पहुरा रुपि जिवनहे सम्हारके ढारेपरट । इ हमार जिवनहे भगनवा दुई दिनके लाग पहुनक् रुपमे इ संसारमे पठैले बटैं । ओस्हेके इ छोट जिवनमे हम्रे अमूल्य काम करके डेखाइ परट् ।





जिन्गि संसारके मैयाँ मे जरुर बाझल हरट ओहे मारे टे इ संसारमे रहेक प्राणी बाँचल बटैं रमाइल बटैं । जिन्गिक कुछ प्रगति करल बटैं कुछ अपन पहिचान बनैना चहठैं । रहरेक जहनके अपन अपन लक्ष्य बा । काहे कि इ संसारमे रहट सम किल हम्रे सबकुछ करेसेकब । हमरे टे डु डिनिक पहुना जस्टे बटि इ डुनिया मे । ओहे मारे कहजाइट माया सब कुछ हो  मने अमर रहि महार करल काम ब्यवाहार । 



एक रोज मै कसम से कना थारु म्युजिक भिडियो हेरटहुँ । भिडियो हेर्ना केम मे मोर मन छुगैल ओ कुछ लिख्नास मन लागल ओहे मारे मै कुछ मनक बिचार भाव ना लिख्नास लागल ।  गितके रहान ओ सब्ड बरे मिठ लागल । आर० के० ओ समीक्षा के अवाजमे रहल सुन्ति रहुँ हेर्टि लग्ना गित भिडियो बा । 





-संगम चौधरी.....✍️

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